Auli : उत्तराखंड का औली स्विट्ज़रलैंड से कम नहीं

Auli : उत्तराखंड का औली स्विट्ज़रलैंड से कम नहीं है , जी हाँ हम बात कर रहे है औली की जो भारत में है। आज हम आपको भारत के मिनी स्विट्जरलैंड के बारे में बताएंगे। भारत के उत्तराखंड राज्य में चमोली जिले में बेहद ही खूबसूरत जगह है “औली” जिसे भारत का मिनी स्विट्जरलैंड भी कहते है। यहां की सुन्दर वादियों और बर्फीले पहाड़ देखकर स्विट्जरलैंड जैसा ही अनुभव होता है। बर्फ की सफेद चादर ओढ़े पहाड़ों पर सूर्योदय और सूर्यास्त का खूबसूरत नजारा देखते ही बनता है। भारत का मिनी स्विट्जरलैंड “औली” हर समय एक अलग रंग में खूबसूरती बिखेरता हुआ नजर आता है। आइए जानते हैं , Discover में हम आपके लिए लाए है खास – इस खूबसूरत औली के बारे में…

Auli : Mini Switzerland in India

Image – Discover

Auli : Mini Switzerland in India – फिल्मों में स्विट्जरलैंड की बर्फीली वादियों के बीच हीरो हिरोइन का रोमांस देख आप रोमांचित हो उठते हैं। कई युगल तो अपने साथी संग फिल्मों में दिखाए जाने वाले इन विदेशी जगहों पर जाने का सपना देखने लगते हैं। स्विट्जरलैंड ऐसी ही एक जगह है, जहां बहुत से भारतीय घूमना चाहते हैं। भारत में ही ऐसे नजारों को बहुत कम पैसों में देख सकते हैं। यह नजारे मिनी स्विट्जरलैंड के नाम से चर्चित हिल स्टेशन औली में देखने को मिल सकते हैं। दिल्ली के बेहद पास भारत का मिनी स्विट्जरलैंड इतना खूबसूरत है कि विदेशी तक यहां के नजारे देखने आते हैं।

कहां हैं भारत का मिनी स्विट्जरलैंड औली

भारत के उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित औली हिल स्टेशन को ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ कहा जाता है। औली भारत की सबसे खूबसूरत जगह में से एक है। यहां कि वादियां और पहाड़ देखकर आपको महसूस होगा कि आप वास्तव में स्विट्जरलैंड की सैर कर रहे हैं। कुदरत की इस बेहद खूबसूरत जगह को निहारने के लिए हर साल यहां हजारो पर्यटक देशी और विदेशी दूर दराज से आते हैं। 

बर्फ से ढके पहाड़ , चारों ओर फैली हरियाली और ताजी हवा इस जगह को मनमोहक बनाने का काम करती हैं। औली में स्कीइंग महोत्सव का भी आयोजन किया जाता है। भारत के शीतकालीन खेल महासंघ द्वारा यहाँ अब राष्टीय चैंपियनशिप का आयोजन किया जाता है।

कैसे पहुंचे औली ?

दिल्ली से लगभग 320 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पहाड़ों और हरियाली से घिरे इस स्थान पर पहुंचने के लिए देहरादून तक ट्रेन और बस के जरिए पहुंचा जा सकता है। आगे का रास्ता सड़क मार्ग से तय किया जा सकता है, उसके लिए उत्तराखंड परिवहन की स्थानीय बसों या निजी वाहन से औली तक पहुंचा जा सकता है।

औली में मौजूद पहाड़ों की ऊंचाई लगभग 20 हजार फीट है. यहां पहुंचने के लिए आपको सबसे जोशीमठ आना होगा। जोशीमठ से औली पहुंचने के तीन रास्ते हैं। पहला रोपवे- जिसके जरिए आप एडवेंचर का अनुभव लेते हुए औली पहुंचेंगे। रोपवे से आने-जाने प्रति व्यक्ति किराया 1,000 रुपए है। आप रोड के जरिए भी जा सकते हैं, जिसकी दूरी 16 किलोमीटर है. तीसरा रास्ता 8 किलोमीटर लंबा है, जिसे आप पैदल चलकर जा सकते हैं। हालांकि, यहां पहुंचने का सबसे बढ़िया रास्ता रोपवे है।

पूरे वर्ष औली की सैर

औली को उत्तराखंड का स्वर्ग कहा जाता है, जो पूरी दुनिया में बेहतरीन स्की रिजाॅर्ट के रूप में मशहूर है। औली की सुंदरता को निहारने के लिए पर्यटकों की भीड़ सिर्फ सर्दियों के मौसम में ही नहीं लेकिन बारह महीने यहां आती रहती है। बर्फ की सफेद चादर ओढ़े पहाड़ों पर सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त का नजारा, यहां देखने लायक रहता है। औली हर समय अपने एक अलग रंग में खूबसूरती बिखेरता नजर आता है। 

Auli : हनीमून के लिए परफेक्ट है औली

Image – Discover

यदि आप हनीमून के लिए एक खूबसूरत जगह की तलाश में हैं, तो औली का प्लान बना सकते हैं।आप यहां ट्रेकिंग, केबल कार तथा रोप लिफ्ट, या अन्य आउटडोर खेल जेसे स्नोमैन बनाना या स्नोबॉल लड़ाई के साथ ही खूबसूरत सनसेट व सनराइज का आनंद ले सकते हैं।

Auli : स्कीइंग का मजा ले

Image – Discover

औली एकमात्र जगह है, जिसे एफआइएस ने स्कीइंग रेस के लिए अधिकृत किया हुआ है। एफआइएस के मानकों के अनुसार, स्कीइंग रेस के लिए केंद्रों में ढलान, बर्फ बनाने की वैकल्पिक व्यवस्था, विदेशी खिलाड़ियों को ठहराने की अच्छी व्यवस्था आदि की स्थिति देखी जाती है। औली इन सभी मानकों पर खरा उतरता है। स्कीइंग के लिए औली में 1300 मीटर लंबी स्की ट्रैक है, जो फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल स्कीइंग के मानकों को पूरा करता है।

Auli : रोपवे का लुफ्त उठाईये

एशिया का सबसे लंबा रोपवे कश्मीर के गुलमर्ग को माना जाता है, वहीं दूसरे नंबर पर औली-जोशीमठ रोपवे है। 1982 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने करीब 4.15 किलोमीटर लंबे इस रोपवे की आधारशिला रखी थी और 1994 में यह बनकर तैयार हो गया था। औली में रोपवे के जरिए आप वादियों की खूबसूरत दृश्य का लुत्फ उठा सकते हैं।

Auli : ट्रेकिंग भी कर सकते है औली में

Image – Discover

इसके अलावा आप ट्रेकिंग भी कर सकते हैं। यहां बहुत-से ट्रेकिंग रूट ऐसे हैं जो औली से शुरू होते हैं। औली में ट्रेकिंग का रोमांचकारी अनुभव लेकर ट्रिप को यादगार बना सकते है ।

Auli : रोमांच का अनुभव

औली में पहुंचकर आप खुद को बर्फीली वादियों के बीचो-बीच पाएंगे। रोपवे के जरिए आप वादियों की खूबसूरत दृश्य का लुत्फ उठा सकते हैं। इसके अलावा आप ट्रेकिंग भी कर सकते हैं। ज्यादातर लोग यहां स्कीइंग करना पसंद करते हैं। रोमांच के लिए औली में कई प्रकार की एक्टिविटीज कर सकते हैं।

Auli : हनुमानजी के मन्दिर अवश्य जाए

औली में आप हनुमानजी के दर्शन कीजिए । जब हनुमान संजीवनी बूटी लेने के लिए हिमालय जा रहे थे तो इसी स्थान पर आराम करने के लिए रूके थे। जब आप औली आएं तो उस मंदिर को भी देख सकते हैं।

इसका ध्यान रखें

जब आप जोशीमठ से निकलें तो कैश साथ में रख लें। औली में पैसे निकालने की या एटीएम की कोई सुविधा नहीं है। अगर आप सड़क से औली जा रहे हैं तो पेट्रोल भी जोशीमठ में ही भरवा लें। बात करें अगर यहां ठहरने की तो जोशीमठ में सुविधानुसार 500 से 1000 रुपए के बीच आसानी से कमरे मिल जाएंगे।

इन्हें भी जानें –

1 thought on “Auli : उत्तराखंड का औली स्विट्ज़रलैंड से कम नहीं”

Leave a comment