हरिद्वार (Haridwar) के दर्शनीय स्थल को देख ईश्वर की अनुभूति होती है

हरिद्वार Haridwar – वो पुण्यभूमि है जिसे हरि का द्वार कहा जाता है। राजा भागीरथ ने पतित पावनी पुण्य सलिला मां गंगा को भगवान शिव और विष्णु के द्वारा धरती पर अवतरित करवाया। गंगा की अविरल धारा न केवल तन , मन को पवित्र करती है बल्कि यह हमारी वसुधा को हरित , पल्लवित और पुष्पित करती हुई हमारा पोषण करती है 

सनातन संस्कृति एवं शास्त्रों के अनुसार हरिद्वार वह स्थान है जहां समुद्र मंथन के समय निकला अमृत भगवान धनवंतरी के हाथों से कुछ बूंदे धरती पर गिर गई थी। उज्जैन , नासिक , प्रयाग और हरिद्वार इन चारों स्थानों पर बारी – बारी से हर बारहवें वर्ष महाकुंभ का आयोजन होता है। जब हरिद्वार में कुम्भ का आयोजन होता है तो विश्व के कोने कोने से तीर्थ यात्री आते हैं और स्नानादि कर लाभ प्राप्त करते हैं।

The Discover के इस लेख में ले चलते है  हरिद्वार (Haridwar) जहाँ आपको ईश्वर की अनुभूति होगी और आपको असीम शांति का अनुभव होगा क्योंकि प्रभु की लीला है ही अपरंपार। भगवान की कृपा-दृष्टि अपने पर भरपूर बरसने दीजिए और हो जाइए अराधना में लिप्त ताकि सांसारिक की मोह-माया से आप कुछ पल का विराम पा सकें।

हरिद्वार (Haridwar) के दर्शनीय स्थल

1. गंगा आरती – हर की पौड़ी

गंगा नदी के किनारे मंदिरों का एक दृश्य जहां श्रद्धालु पूजा-अर्चना कर रहे हैं
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गंगा मैया की पवित्र आरती हर की पौड़ी पर हर संध्या को की जाती है जो गंगा मैया को समर्पित है।एक साथ एक ले में पुजारियों द्वारा हाथ में लिए बड़ें-बड़े दीयों से इस पावन स्थान की आरती की जाती है देखकर ऐसा लगता है जैसे प्रकृति ने स्थल को अपनी रोशनी से जगमगा दिया हो। पानी में पड़ते दीयों का प्रतिबिंब टिमटिमाते सितारों की तरह मालूम पड़ता है। महाआरती की मधुर आवाज़ पूरे घाट में गूँजती हुई सुनाई पड़ती है। इस आरती को देखने सिर्फ भारतीय पर्यटक ही नहीं बल्कि विदेशी पर्यटक भी बड़ी संख्या में आते हैं।

हरिद्वार रेलवे स्टेशन से दूरी: 1.8 किलोमीटर
आवश्यक समय: सायंकाल

2. कुम्भ मेला

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लाखों श्रद्धालुओं की भीड़, गंगा स्नान,ऐतिहासिकता, आध्यात्मिकता, पवित्रता इन्हीं सबका संगम है हरिद्वार का कुंभ मेला। गंगा मैया की गूँज व पावन धरती पर अपनी आस्था बिखेरते लोग यही है यहाँ का आकर्षित माहौल। हर बारह वर्ष बाद यहाँ करोड़ो लोगों का सैलाब उमड़ता है जिसने सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को अपने रंगों में लीन किया हुआ है। ऐसा दृश्य जिसे आप अनदेखा नहीं कर सकते। इसी आस्था ने विदेशियों के मन में भी विश्वास जगाया हुआ है।

हरिद्वार रेलवे स्टेशन से दूरी: 2 किलोमीटर
आवश्यक समय: 2 से 3

3. गऊ घाट

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गऊ घाट गंगा की अविरल धारा के किनारे आप ईश्वर को महसूस कर सकते है । गौ घाट एक दिन में हरिद्वार में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। गंगा नदी के किनारे बैठकर दैवीय हस्तक्षेप की तलाश करने के लिए यह घाट एक आदर्श स्थान है। सुभाष घाट के पास स्थित है ।

हरिद्वार रेलवे स्टेशन से दूरी: 1.6 किलोमीटर
आवश्यक समय: 2 से 3 घंटे

4. चंडी देवी मंदिर

हरिद्वार के दर्शनीय स्थल में से एक चंडी देवी मंदिर का दृश्य पर्यटकों का मनमोह लेता है
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नील पर्वत पर बसा यह मंदिर चंडी देवी को समर्पित है। ऊँचाई पर बसा यह मंदिर सिर्फ पूजा-पाठ का केंद्र नहीं है बल्कि यात्रियों के बीच ट्रैकिंग के लिए भी लोकप्रिय है। खूबसूरत प्राकृतिक नज़ारे के साथ भक्ति का मेल अद्भुत है। हरिद्वार के पाँच तीर्थ स्थलों में ये भी एक है जहाँ भक्त अपनी मनोकामना पूरी करने की इच्छा सँजो के लाते है। इस मंदिर के प्रति लोगों की आस्था व विश्वास बहुत गहरा है। यहाँ से हरिद्वार का सुन्दर दृश्य आप देख सकते है । यह सबसे प्रसिद्ध हरिद्वार के दर्शनीय स्थल में से है।

हरिद्वार रेलवे स्टेशन से दूरी: 4 किलोमीटर
आवश्यक समय: 2 से 3 घंटे

5. आनंदमयी आश्रम

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प्रसिद्ध आध्यात्मिक व्यक्तित्व माँ आनंदमयी को समर्पित, आश्रम हरिद्वार में घूमने के लिए सबसे अच्छे स्थानों में से एक है। आध्यात्मिक प्रवास घाट से पैदल दूरी पर स्थित है और रेलवे स्टेशन से भी आसानी से पहुंचा जा सकता है। आश्रम परिसर में बहुत सारी इमारतें हैं, गायत्री यज्ञशाला, अति रुद्र यज्ञशाला, रुद्राक्ष वृक्ष और शंकराचार्य हॉल आश्रम परिसर की कुछ प्रमुख इमारतें हैं। देश एवं विदेश के विभिन्न हिस्सों से लोग आश्रम देखने आते हैं ।

हरिद्वार रेलवे स्टेशन से दूरी: 3 किलोमीटर
आवश्यक समय: 3 से 4 घंटे

6. पतंजली योगपीठ

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यह भारत का सबसे बड़े योग व आयुर्वेद संस्थान है। योग के खोजकर्ता-ऋषि पतंजली के नाम पर इस प्रौद्योगिकी संस्थान का नाम रखा गया है। अगर आप योग विद्या में रुचि रखते हैं तो आप यहाँ बिल्कुल आ सकते है। यात्री यहाँ आयुर्वेदिक जाँच व दवाइयों के लिए आते हैं। यह संस्थान स्वास्थ्य, शिक्षा, सामाजिक व आर्थिक कार्यों में तत्पर रहता है। यहाँ रहने.की भी अच्छी व्यवस्था है।यहाँ आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते है ।

हरिद्वार रेलवे स्टेशन से दूरी: 31 किमी
आवश्यक समय: 2 से 3 घंटे

7. शांति कुंज

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हरिद्वार दर्शन का मतलब एक शांतिपूर्ण स्थान। शांति कुंज हरिद्वार में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। आश्रम एक आदर्श स्थान है जो जीवन में मूल्यों के बारे में शिक्षा प्रदान करता है। आश्रम में जीवन जीने की कला सिखाने वाले कार्यक्रम वहां के प्रमुख आकर्षणों में से एक हैं। न केवल हिंदू बल्कि विभिन्न धर्मों के लोग जीवन के विभिन्न सत्यों के बारे में जानने के लिए आश्रम में आते हैं।

हरिद्वार रेलवे स्टेशन से दूरी: 7.9 किलोमीटर
आवश्यक समय: 2 से 3 घंटे

8. मनसा देवी मंदिर

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हरिद्वार का एक और लोकप्रिय मंदिर जो शिवालिक पहाड़ियों के बिल्वा पर्वत पर स्थित है। मनसा देवी को शक्ति का स्वरूप माना जाता है जो भगवान शिव के मस्तिष्क की उपज है। माना जाता है कि मनसा देवी भक्तों की मनकामनाओं को पूरा कर देतीं है इसलिए यहाँ श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है। हज़ारों दर्शनार्थीयों की भीड़ यहाँ हर साल लग रहती है। सब अपनी-अपनी इच्छा पूर्ति की कामना मंदिर में आकर करते हैं और ये आस्था रखते है कि मनसा देवी उनपर अपना आशीर्वाद ज़रूर बरसाऐंगी। यह सबसे मशहूर हरिद्वार के दर्शनीय स्थल में से है।

हरिद्वार रेलवे स्टेशन से दूरी: 3 किलोमीटर
आवश्यक समय: 2 से 3 घंटा

9. वैष्णो देवी मंदिर

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कश्मीर के वैष्णो देवी मंदिर के नक्शे कदमों पर चलता हुआ यह मंदिर भी उसी की झलक है। मंदिर ऊँचाई पर स्थित है इसलिए यह धार्मिक यात्रियों के साथ-ही-साथ प्रकृति प्रेमियों के लिए भी उचित स्थान है क्योंकि यहाँ से आपको सौंदर्य ही सौंदर्य देखने को मिलेगा। मंदिर में तीन प्रतिमाए हैं- लक्ष्मी, काली व सरस्वती की जिन्हें बेहद महीनता से उकेरा गया है। मंदिर अपनी वास्तुकला व गुफाओं के लिए काफी चर्चित है। यहाँ आपको मंदिर तक पहुँचने के लिए कश्मीर के मंदिर जितनी मेहनत नहीं करनी पड़ेगी पर समझ लीजिए कि यह उसी का छोटा स्वरूप है। यह सबसे नामी हरिद्वार के दर्शनीय स्थल में से है।

हरिद्वार रेलवे स्टेशन से दूरी: 5 किमी
आवश्यक समय: 2 से 3 घंटे

10. विष्णु घाट

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प्रसिद्ध भगवान विष्णु के नाम पर यह घाट बाईपास रोड और हरिद्वार रेलवे स्टेशन से पैदल दूरी पर स्थित है। विष्णु घाट हरिद्वार में सबसे शांत और प्रवास स्थलों में से एक है। विष्णु घाट अपनी स्वच्छता के लिए जाना जाता है और हरिद्वार के अन्य घाटों की तुलना में यहां भीड़ कम होती है। यहाँ आकर आप घंटों गंगा को निहार सकते है । आसपास रहने के पर्याप्त विकल्प और भोजनालयों के साथ, ठहरने की योजना बनाना यहां आसान है।

स्थान: विष्णु घाट, हरिद्वार
हरिद्वार रेलवे स्टेशन से दूरी: 1.1 किलोमीटर
आवश्यक समय: 2 से 3 घंटे

11. नील धारा पक्षी विहार

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परिवार और दोस्तों के साथ एक दिन का आनंद लेने के लिए एक आदर्श स्थान, नील धारा पक्षी विहार विशेष रूप से सर्दियों के महीनों में प्रवासी पक्षियों को देखने के लिए जाना जाता है। चंडी देवी मंदिर के नजदीक स्थित, प्रकृति पार्क पक्षियों के लिए एक आदर्श सैरगाह है। पक्षी देखने के अलावा, यात्री यहां अन्य गतिविधियों में भी शामिल होते हैं। आप यहां ट्रैकिंग पर जा सकते हैं और आश्चर्यजनक शिवालिक हिमालय को देख कर आश्चर्यचकित हो सकते हैं जो पार्क क्षेत्र में फैला हुआ है। साइबेरियन क्रेन एक प्रवासी पक्षी है जिसे अक्सर पार्क क्षेत्र के अंदर देखा जाता है।

हरिद्वार रेलवे स्टेशन से दूरी: 3.5 किलोमीटर
आवश्यक समय: 2 से 3 घंटे

12. बिड़ला घाट

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विष्णु घाट के ठीक पास में स्थित, बिड़ला घाट हरिद्वार के सबसे पुराने घाटों में से एक होने के लिए जाना जाता है, जो इसे हरिद्वार में घूमने के लिए शीर्ष स्थानों में से एक बनाता है। माना जाता है कि पवित्र जल में डुबकी लगाने से आपके पापों से मुक्ति मिल जाती है और पुण्य की प्राप्ति होती है । और कई भक्त इसके लिए यहां डुबकी लगाते हैं। किसी भी दुर्घटना को रोकने के लिए सीढ़ियों के पास सुरक्षा अवरोधक लगाए गए हैं।

हरिद्वार रेलवे स्टेशन से दूरी: 0.75 किलोमीट
आवश्यक समय: 2 से 3 घंटे

13. कुशावर्त घाट

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कुशावर्त घाट को सबसे पवित्र घाट माना जाता है और हरिद्वार में सबसे प्रसिद्ध स्थानों में से एक है। कुशावर्त घाट वह जगह है जहां मृतक का अंतिम संस्कार और जुलूस निकाला जाता है। ऐसा माना जाता है कि प्रसिद्ध घाट की स्थापना 18 वीं शताब्दी में मराठा रानी अहिल्याबाई होल्कर ने की थी। एक सिद्धांत यह भी है कि महान ऋषि दत्तात्रेय ने इस घाट पर बहुत समय बिताया था। इस पवित्र जल में श्रद्धालु स्नान करने के लिए आते है।

हरिद्वार रेलवे स्टेशन से दूरी: 1.5 किलोमीटर
आवश्यक समय: 2 से 3 घंटे

14. स्वामी विवेकानंद पार्क

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हर की पौड़ी के समीप स्थित यह मनोरंजक पार्क बेहद सुन्दर है। हरी घासों के लंबे लॉन व फूलों की बिछी चादर अपना सौंदर्य देखते ही बनाती है। इसे त्रिकोण आकार में बनाया गया है जहाँ स्वामी विवेकानंद की भव्य मूर्ति स्थापित है और भगवान शिव की प्रतिमा भी है जो दूर से ही दिखती है। यात्री यहाँ हर की पौड़ी का सुंदर नज़ारा देखने के लिए व पिकनिक आदि मनाने के लिए भी आते हैं। आपको यहाँ सुबह व शाम को लोग टहलते हुए भी दिखेंगे।

हरिद्वार रेलवे स्टेशन से दूरी: 2.9 किलोमीटर
आवश्यक समय: 2 से 3 घंटे

16. भीमागोडा टैंक

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जैसा कि नाम से ही पता चलता है भीमागोडा टैंक एक पवित्र जल टैंक है और इसका नाम भीम के नाम पर रखा गया है जो पांच पांडव भाइयों में से एक थे। हरिद्वार में यह जल टैंक, जिसे अब गंगा नदी के पानी से नवीनीकृत किया गया है और हरे-भरे हरियाली से घिरा हुआ है, यह स्थान हरिद्वार में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। यहां आपको खूबसूरत पानी के फव्वारे और फूलों की क्यारियां भी देखने को मिलेंगी। घूमने के लिए अच्छी जगहों में एक है ।

हरिद्वार रेलवे स्टेशन से दूरी: 2.7 किलोमीटर
आवश्यक समय: 2 से 3 घंटे

17. गौरी शंकर महादेव मंदिर

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गौरी शंकर महादेव मंदिर हरिद्वार में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है क्योंकि यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इसका स्थापत्य सुंदर है। मंदिर के बगल से गंगा बहती है और विशाल हिमालय की पृष्ठभूमि इसे और भी सुंदर बनाती है। हिमालय की पृष्ठभूमि और मंदिर की सुंदर सेटिंग एक जादुई आभा पैदा करती है। पर्यटक इस स्थान पर छुट्टियां बिताने के लिए आते है।

स्थान: गौरी शंकर महादेव मंदिर, हरिद्वार, उत्तराखंड
हरिद्वार रेलवे स्टेशन से दूरी: 3.3 किलोमीटर
आवश्यक समय: 2 से 3 घंटे

18. अद्भुत मन्दिर

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हरिपुर कलां में स्थित यह भव्य मंदिर हरिद्वार के प्रसिद्ध स्थानों में से एक है, जो भगवान शिव और देवी पार्वती को समर्पित है। 3 एकड़ क्षेत्र में फैले इस मंदिर का निर्माण 2000 में शुरू हुआ था और इसे पूरा होने में 15-16 वर्ष लगे। यह मंदिर अपनी उत्कृष्ट वास्तुकला और डिजाइन के लिए जाना जाता है, जिसकी पृष्ठभूमि में हरी-भरी हरियाली और कल-कल करती नदी है, जो इसे हरिद्वार के सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों में से एक बनाती है।

समय: सुबह – सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक और शाम को 3 बजे से रात 8 बजे तक
आवश्यक समय: 2 से 3 घंटे

19. दक्ष प्रजापति मंदिर

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हरिद्वार में देखने लायक शीर्ष धार्मिक स्थानों में से एक दक्ष प्रजापति मंदिर है जिसे इस क्षेत्र के सबसे पुराने मंदिरों में से एक माना जाता है। यह मंदिर भगवान शिव और देवी सती को समर्पित है। इसके अलावा, मंदिर का नाम सती के पिता राजा दक्ष प्रजापति के नाम पर रखा गया है। यदि आप इस स्थान को पूर्ण रूप से देखना चाहते हैं तो आपको शिवरात्रि के दौरान इस मंदिर का भ्रमण अवश्य करना चाहिए।

हरिद्वार रेलवे स्टेशन से दूरी: 2.6 किमी
आवश्यक समय: 2 से 3 घंटे

20. बिल्केश्वर महादेव मंदिर

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बिल्ला पर्वत की घाटी में स्थित, बिल्केश्वर महादेव मंदिर एक और हरिद्वार पर्यटन स्थल है। यह मंदिर भगवान शिव और देवी पार्वती को समर्पित है। मान्यता ​​है कि यह वही स्थान है जहां देवी पार्वती ने भगवान शिव की पूजा की थी जिसके बाद उन्होंने उनसे विवाह करना स्वीकार किया था। यह स्थान जंगल और पहाड़ियों से घिरा हुआ है जो इसे एक आदर्श सप्ताहांत स्थान बनाता है।

हरिद्वार रेलवे स्टेशन से दूरी: 650 मीट
आवश्यक समय: 2 से 3 घंटे

21. माया देवी मंदिर

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माया देवी मंदिर का निर्माण 11वीं शताब्दी का माना जाता है,यह अति प्राचीन मन्दिर है , यही कारण है कि यह हरिद्वार में घूमने के लिए शीर्ष स्थानों में से एक है। यह मंदिर उन तीन शक्तिपीठों में से एक माना जाता है जहां देवी सती का हृदय और नाभि गिरी थी। नवरात्र और कुंभमेला के दौरान यहां आपको पर्यटकों और धार्मिक लोगों की भारी भीड़ देखने को मिलेगी।

हरिद्वार रेलवे स्टेशन से दूरी: 600 मीट
आवश्यक समय: 2 से 3 घंटे

22. शिवानंद आश्रम

हरिद्वार के बाहरी इलाके में एक और लोकप्रिय आश्रम शिवानंद आश्रम है जो योगासन, प्राणायाम, व्याख्यान, खुली चर्चा आदि के मिश्रण के साथ-साथ ध्यान और मेडिटेशन की अपनी शैली के माध्यम से आध्यात्मिक उत्थान की पेशकश करने के लिए जाना जाता है।

हरिद्वार रेलवे स्टेशन से दूरी: 27 किमी
आवश्यक समय: 2-3 घंटे

23. परमार्थ निकेतन आश्रम

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परमार्थ निकेतन आश्रम एक धार्मिक स्थल है जो हरिद्वार के आसपास स्थित है। यह आश्रम उन लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है जो ध्यान करना पसंद करते हैं और कुछ आध्यात्मिक और शांत क्षणों के लिए इस क्षेत्र में आते हैं। सुबह और शाम की आरती के अलावा, आश्रम विभिन्न कार्यशालाओं और ध्यान शिविरों का आयोजन करता है।

हरिद्वार रेलवे स्टेशन से दूरी: 12 किमी
आवश्यक समय: 2-3 घंटे

24. सुरेश्वरी देवी मंदिर

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देवी दुर्गा को समर्पित, सुरेश्वरी देवी मंदिर हरिद्वार में एक पुराना मंदिर है। यह हरे जंगलों के बीच बाहरी इलाके में स्थित है और एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल होने के अलावा हरिद्वार में देखने लायक लोकप्रिय स्थानों में से एक है। वर्ष भर कई पर्यटक शांतिपूर्ण माहौल पाने और देवी के प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए इस मंदिर में आते हैं।

हरिद्वार रेलवे स्टेशन से दूरी: 8.6 किमी
आवश्यक समय: 2 से 3 घंटे

25. भूमा निकेतन मंदिर

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भूमा निकेतन मंदिर हरिद्वार के सबसे महत्वपूर्ण स्थानों में से एक है। यह सप्तसरोवर मार्ग पर स्थित है और हमेशा हलचल भरा रहता है। मंदिर का मुख्य आकर्षण मंदिर के प्रवेश द्वार पर पार्वती और शिव की मूर्तियां हैं। मंदिर में कई देवी-देवताओं की अन्य मूर्तियाँ भी हैं। यह मंदिर जितना खूबसूरत है, आपको इसे देखने से नहीं चूकना चाहिए। इस मंदिर में दूर- दूर से पर्यटक दर्शन करने के लिए आते है।

हरिद्वार रेलवे स्टेशन से दूरी: 5.6 किलोमीटर
आवश्यक समय: 2 से 3 घंटे

26. राजाजी नेशनल पार्क

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शिवालिक पर्वत श्रृंखला से गुज़रता यह नेशनल पार्क अपने अनोखे वनस्पति व वन्यजीवों के लिए मशहूर है। प्रकृति व वन्य जीवन प्रेमियों के लिए यह जगह बहुत शानदार है पेड़ों की सरसराती ठंडी वायु के बीच यहाँ-वहाँ छलांग लगाते पशु-पक्षी आपके ध्यान को अपनी ओर आकर्षित करेंगे। यह मुख्य तौर पर बाघ व हाथियों के साथ ही वन्य जीवन के लिए लोकप्रिय हैं। यह वन साल, टीक, आदि जैसे अन्य पेड़ों से लदा हुआ है। आपको यहाँ एशायाई हाथी, बाघ, किंग कोबरा, भालू, चीतल, सांभर, जंगली बिल्ली आदि देखने को मिल जाऐंगे।

समय: सुबह 7 बजे से शाम 9 बजे तक और दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक
शुल्क: पार्क प्रवेश शुल्क – 150 रुपये (भारतीय), 600 रुपये (विदेशी)
जिप्सी शुल्क: 2500 रुपये प्रति व्यक्ति, उसके बाद 3100 रुपये प्रति व्यक्ति।
हरिद्वार रेलवे स्टेशन से दूरी: 36.2 किलोमीटर
आवश्यक समय: 3 से 4 घंटे

27. भारत माता मंदिर

हरिद्वार के दर्शनीय स्थलों की सूची में इस मंदिर का नाम भी शामिल है। जैसा कि आप नाम से ही जान गए होंगे कि यह मंदिर भारत माता को समर्पित है। मंदिर में किसी धार्मिक भगवान की प्रतिमा नहीं है बल्कि ज़मीन पर भारत का विशाल नक्शा है जो भारत माता की मूर्ति को दर्शाता है जिसने केसरिया वस्त्र धारण किए हुए हैं व उसके एक हाथ में किताब है, दूसरे में चावल का ढेर, एक माला व सफ़ेद कपड़ा है। यह मंदिर भारत के स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित है व भारत की विस्तृत संस्कृति को दर्शाता है। यह बहु-मंज़िला इमारत है जो सप्त सरोवर में स्थित है।

हरिद्वार रेलवे स्टेशन से दूरी: 6.4 किलोमीटर
आवश्यक समय: 2 से 3 घंटे

28. बड़ा बाज़ार

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यह बाज़ार मुख्यतः रूद्राक्ष, पूजन सामग्री एवं आयुर्वेदिक दवाइयों की खरीद के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ आपको लकड़ी से बनी वस्तुओं व हस्तशिल्प के लिए भी यात्रियों के बीच प्रचलित है। आपको यहाँ लज़ीज़, स्वादिष्ट देशी पेडा़ खाने का भी सौभाग्य प्राप्त होगा। जब आपके मुँह में ये पेड़े घुलेंगे तो आप वाह! किए बिना रह नहीं पाऐंगे। धार्मिक आभूषण भी आप यहाँ आकर बटोर सकते हैं। आध्यात्मिकता में डूबे इस माहौल को विदेशी यात्री भी खूब पसंद करते हैं।

हरिद्वार रेलवे स्टेशन से दूरी: 1.6 किलोमीटर
आवश्यक समय: 2 से 3 घंटे

इसके अलावा भी हरिद्वार में बहुत सारे दर्शनीय स्थल है जैसे – दूधाधारी बर्फानी मंदिर, पावन धाम , फन वैली वॉटर पार्क आदि स्थानों पर घूम सकते है । जीवन में से कुछ समय निकाल कर जीवन को जानने का सबसे उपयुक्त है हरिद्वार ।

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